माखन वंश के मालगुजार और लम्बरदार आत्माराम साव


माखन वंश के मालगुजार और लम्बरदार आत्माराम साव 


संग्रहण कर्त्ता ई. प्रांजल केशरवानी

आत्माराम साव
         शिवरीनारायण के स्व. श्री आत्माराम साव छत्तीसगढ़ के प्रतिष्ठित मालगुजार माखनसाव के पौत्र और श्री खेदूराम साव के ज्येष्ठ पुत्र थे। वे अपने पिता के 22.11.1912 को मृत्योपरांत मालगुजार बने थे। उनका जन्म श्रावण शुक्ल 4 संवत् 1920 को हुआ था। उन्होंने मन लगाकर अपने व्यापार को खूब बढ़ाया और अपने दादा और पिता जी के द्वारा छोड़े गये आठ गांव क्रमशः हसुवा, टाटा, सितलपुर, बछौडीह, झुमका, लखुर्री, मौहाडीह और कमरीद के महाल नंबर 01 एवं 2 को बढ़ाकर चौरासी गांव तक पहुंचाया। वे चौरासी गांव के लगभग 4800 एकड़ जमीन के मालगुजार थे। वे ईश्वर भक्त और बड़े पुण्यात्मा थे। अपने 28 मालगुजारी गांव में विशाल हवेली और ढाबा बनवाये जहां आज उनके वंशजों का परिवार रहता है। प्रायः सभी मालगुजारी गांवोें में सर्वजनहिताय कुंआ और तालाब खुदवाया। शिवरीनारायण में महानदी के तट पर अंग्रेज सरकार से अनुमति लेकर सर्वजन हिताय एक घाट अपने दादा श्री माखनसाव की स्मृति में बनवाया जिसे आज ‘सावघाट
 
  के नाम से जाना जाता है। इस घाट में अस्थि विसर्जन के लिए कुंड बना हुआ है। उन्होंने शिवरीनारायण में शिक्षा के प्रसार के लिए महेश्वरनाथ मंदिर परिसर में सन 1920 में जहां एक संस्कृत पाठशाला खुलवाया वहीं अपने दादा श्री माखनसाव की स्मृति में एक मीडिल स्कूल खुलवाया और उसके लिए भवन निर्माण कराकर उन्होंने 06.05.1935 को समर्पित किया था। इस भवन में आज शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल लगता है। भारत के प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों बद्रीनाथ, द्वारिकापुरी, जगन्नाथपुरी, रामेश्वरम् हरिद्वार, कटनी, शिवरीनारायण, खरौद, हसुवा, आदि में धर्मशाला बनवाए थे। उनका मुख्य पेशा कृषि और महाजनी था। 31.05.1920 को श्री आत्माराम साव को जांजगीर तहसील के शिवरीनारायण बेंच के बेंच मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया था। 
बेंच मजिस्ट्रेट का नियुक्ति पत्र

 
        इसी प्रकार चीफ कमिश्नर साहब बहादुर के पत्र क्रमांक 911-ए-2 मीरखे 29 अक्टोबर सन 1920 के द्वारा आत्माराम साव को बिलासपुर जिले के प्रतिनिधि दरबारी के रूप में दिनांक 15.01.1921 को नियुक्ति की गयी थी। उन्हें अंग्रेज सरकार द्वारा हथियार रखने का माफी लायसेंस भी दिया गया था। मालगुजारी, बेंच मजिस्ट्रेट, अंग्रेज दरबारी होने और हथियार रखने का माफी लायसेंस उन्हें विरासत में मिला था। इसके पूर्व उनके पिता स्व. श्री खेदूराम साव और दादा श्री माखन साव को भी यह अधिकार मिला हुआ था। श्री खेदूराम साव को मध्यप्रदेश गजट जाहरात नम्बर 3413 तारीख 17 मई सन् 1894 के तहत डिप्टी कमिश्नर बहादुर द्वारा 01.06.1894 को शिवरीनारायण तहसील के बेंच मजिस्ट्रेट नियुक्त किया किया था। उन्हें अंग्रेज दरबार में दरबारी मजूर किया गया था। श्री खेदूरामसाव को बेंच मजिस्ट्रेट की सेवा देने के लिए 01 जनवरी 1903 को एक प्रशस्ति पत्र मध्य प्रांत के चीफ कमिश्नर द्वारा प्रदान किया गया था। यही नहीं बल्कि 1899-1900 में गरीबों के सहायतार्थ राहत कार्य के रूप में अपने तीन मालगुजारी गांव हसुवा, टाटा और लखुर्री में 2595 रूपये मूल्य के तालाब खुदवाने के लिए डिप्टी कश्निर बहादुर ने प्रशस्ति पत्र प्रदान किया था। छत्तीसगढ़ के अनेक राजा-महाराजा, जमींदार, मालगुजार और गौंटिया से उनका मधुर और पारिवारिक सम्बंध था। गवर्नर साहब बहादुर का जब भी रायपुर और बिलासपुर दौरा होता था तब श्री खेदूराम साव और श्री आत्माराम साव को सादर आमंत्रित किया जाता था। श्री आत्माराम साव डिस्ट्रिक्ट कौंसिल के मेंबर थे और नागपुर कौंसिल के चुनाव करने के लिए जिले के एक प्रतिनिधि के रूप में उनका चुनाव छत्तीसगढ़ के राजा, महाराजा, जमींदार, मालगुजार और गौंटिया लोगों ने किया था। अंग्रेज अधिकारी उनकी बहुत सम्मान करते थे। छत्तीसगढ़ प्रदेश में औद्योगिक मेला और एग्रीटेक मेला का आयोजन अभी किया जा रहा है लेकिन प्राचीन काल में अंग्रेज सरकार द्वारा डिवीजनल एग्रीकल्चरल एण्ड केटल एक्जीबिशन लाभांडी, रायपुर में 03 नवंबर 1919 में, डिस्ट्रिक्ट एगी्रकल्चरल शो एण्ड इंडस्ट्रीयल फेयर 1923 में, बिलासपुर जिला कृषि और कारीगरी प्रदर्शनी 15 दिसंबर 1923 को और 10, 11, और 12 जनवरी 1924 को बिलासपुर के सर्किट हाउस के पास किया गया था। बिलासपुर जिला कृषि और औद्योगिक प्रदर्शनी 16, 17, और 18 दिसंबर 1928 को चांपा में डिस्ट्रिक्ट कौंसिल बिलासपुर द्वारा किया गया था। इस प्रदर्शनी के चेयरमेन बैस्टिर छेदीलाल थे। इसीप्रकार बिलासपुर जिला कृषि और औद्योगिक प्रदर्शनी 1926 में श्री आत्माराम साव को 
‘‘सर्वोत्तम कृषक ’’  का सम्मान प्रदान किया गया था। 

         इसीप्रकार जगह जगह ‘‘स्पोर्ट्स वीक ’’  आयोजित किया जाता रहा है जिसमें श्री आत्माराम साव और उनके परिवार के लोग आमंत्रित किये जाते रहे हैं। इस आशय के अनेक आमंत्रण पत्र उनके वंशज और प्रतिष्ठित साहित्यकार प्रो. अश्विनी केशरवानी के पास उपलब्ध है। इस लब्ध प्रतिष्ठ परिवार के श्री माखन साव का शनिवार, दिनांक 06 मार्च 1892 का, श्री खेदूराम साव का 22 नवंबर 1912 और श्री आत्माराम साव का पौष शुक्ल 4, संवत् 2003 को निधन हो गया। वे न केवल जांजगीर-चांपा जिले के लिए नहीं वरन् पूरे प्रदेश के सम्मानीय व्यक्ति थे।      







खेदूराम साव के सम्मान के कुछ उदाहरण:-

  • बिलासपुर के अरपा पुल का उद्घाटन सी. पी. एण्ड बरार के गवर्नर ने 30 जुलाई 1926 को प्रातः 9 बजे किया। इस उद्घाटन कार्यक्रम में शिवरीनारायण के सेठ आत्माराम साव को डिप्टी कमिश्नर द्वारा सादर आमंत्रित किया गया था।
  • जनवरी 1898 में चीफ कमिश्नर दरबार में शिवरीनारायण के बैंकर श्री खेदूराम साव को डिप्टी कमिश्नर रायपुर द्वारा आमंत्रित किया गया था। उस समय अंग्रेज अधिकारियों से मुलाकात करने वालों की अलग से नियुक्ति की जाती थी जिनमें श्री खेदूराम साव भी एक थे।
  • 03 नवंबर 1909 को चीफ कमिश्नर दरबार में शिवरीनारायण के बैंकर श्री खेदूराम साव को डिप्टी कमिश्नर रायपुर द्वारा आमंत्रित किया गया था।
  • डिस्ट्रिक्ट कौंसिल रायपुर द्वारा गवर्नर के सम्मान में रायपुर के टाउन हाल में 02 जनवरी 1925 को सायं 4 बजे आयोजित कार्यक्रम में शिवरीनारायण के श्री आत्माराम साव को डिस्ट्रिक्ट कौंसिल रायपुर के चेयरमेन यादोराव देशमुख द्वारा सादर आमंत्रित किया गया था।
  • छत्तीसगढ़ के जमींदारों द्वारा गवर्नर सर फ्रै्र्रंक जार्ज के सम्मान में 04 जनवरी 1925 को बुद्धू गार्डन रायपुर में आयोजित At Home में शिवरीनारायण के बैंकर सेठ आत्माराम साव को सादर आमंत्रित किया गया था।
  • डिप्टी कमिश्नर बिलासपुर द्वारा 21 अप्रेल 1936 को शिवरीनारायण के बैंकर सेठ आत्माराम साव को निर्विरोध डिस्ट्रिक्ट कमेटी का सदस्य चुने जाने की जानकारी दी साथ ही उन्हें King George Memorial Committee का सदस्य मनोनित किया गया।
  • 29, 30 एवं 31 दिसंबर 1938 को काशी में आयोजित अखिल भारतीय संस्कृत छात्र सम्मेलन के द्वितीय महा अधिवेशन में शिवरीनारायण के श्री आत्माराम साव को आमंत्रित किया गया था।
  • उदयसिंह बिसेन, आनरेरी सेक्रेटरी द्वारा बिलासपुर सेंट्रल को-आपरेटिव्ह बैंक के 21 फरवरी 1937 दिन ईतवार को आयोजित सालाना आम जलसा में शिवरीनारायण के श्री आत्माराम साव को आमंत्रित किया गया था।
  • सारंगढ़ स्टेट के राजा जवाहिर सिंह की पुत्री बसंतमाला का शुभ विवाह 4 मार्च 1929 को रायगढ़ के राजा चक्रधर सिंह के साथ हुआ। इस अवसर पर शिवरीनारायण के श्री आत्माराम साव को सादर निमंत्रित किया गया था।
  • सारंगढ़ के राजा जवाहिर सिंह द्वारा 27 नवंबर 1909 को आयोजित At Home में शिवरीनारायण के श्री खेदूराम को आमंत्रित किया गया था।
  • माघ शुक्ल 2, 3 एवं 4 संवत् 1967 को आयोजित श्री वैष्णव महासभा प्रयाग में शिवरीनारायण के श्री खेदूराम साव को आमंत्रित किया गया था।
  • 19.12.1892 को जिला स्कूल बिलासपुर के कार्यक्रम में मालगुजार माखन साव शिवरीनारायण को आमंत्रित किया गया था।
  • बी. जगन्नाथ, आनरेरी सेक्रेटरी द्वारा बिलासपुर सेंट्रल को-आपरेटिव्ह बैंक के 2 दिसंबर 1919 दिन मंगलवार को टाउन हाल में आयोजित सालाना आम जलसा में शिवरीनारायण के श्री आत्माराम साव को आमंत्रित किया गया था। इस जलसा में माननीय राव बहादुर एन. के. केलकर गवर्नर फेडरेशन मुख्य अतिथि थे।
  • बिलाईगढ़ के जमींदार ठाकुर हरदयाल सिंह का विवाह ठाकुर दखन शाह जागीरदार सोनपुर जिला छिंदवाड़ा की पुत्री से शिवरीनारायण में होना तय हुआ है। इस कार्यक्रम में श्री आत्माराम साव शिवरीनारायण को न केवल आमंत्रित किया गया बल्कि इस विवाह को निर्विघ्न सम्पन्न कराने में मदद करने के लिए विश्वास पूर्वक अनुरोध किया गया जो 27.05.1929 के पत्र से स्पष्ट होता है।
  • सोमवार, 26 जुलाई 1920 को प्रातः 8.30 बजे कोर्ट के Opening Ceremony on Local Board Office Ground में जांजगीर तहसील के शिवरीनारायण बेंच के बेंच मजिस्ट्रेट श्री आत्माराम साव को आमंत्रित किया गया था।
  • 20 सितंबर 1920 सोमवार को Mr. P. J. H. Stent At Home में शिवरीनारायण के श्री आत्माराम साव को आमंत्रित किया गया था।
  • 28 जनवरी 1908 को रायपुर में आयोजित Chief Commissioner's Darbar में मालगुजार श्री खेदूराम साव, श्री गनपत साव और श्री आत्माराम साव शिवरीनारायण को आमंत्रित किया गया था। उनका Admit Card भेजा गया था।
  • 12 जनवरी 1923, शुक्रवार को Deputy Commissioner's Compound में आयोजित Rani Saheb Muhund Singh Potdar At Homeमें सेठ आत्माराम साव को आमंत्रित किया गया था।
  • 25 अगस्त 1923, शनिवार को Deputy Commissioner's Compound में In Presence Of His Excellency Sir Frank Sly Raja Raghuraj Singh, Zamindar Pandaria At Home में सेठ आत्माराम साव को आमंत्रित किया गया था।
  • The Zamindars and Raises of the Bilaspur District request the pleasure of Mr. Atma Ram Sao’s company to meet His Excellency Sir Frank Sly, Governer of C.P. & Berar at 5 p.m. the 26th August 1923 in the Deputy Commissioner’s Compound Bilaspur.
  • 25 जुलाई 1923, को Deputy Commissioner's Compound में In Presence Of His Excellency Sir Frank Sly Raja Raghuraj Singh, Zamindar Pendra At Home में सेठ आत्माराम साव को आमंत्रित किया गया था।
  • District Darbar Bilaspur, Feb. 10th, 1921 12 noon [Town Hall] Cardial invitation to Seth Atma Ram Sao Sheorinarayan.
  • Mr. N.N.De presents his complements to Mr. Khedu Ram Sao Sheorinarayan and requests on behalf of the Native community of Bilaspur the pleasur of his company at a garden party to be held in the Municipal garden on the 22nd instant at 5.30 p.m. on the occasion of Mrs. and Mr. C.W.E. Montogomerie’s departure from this District.

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